Sailab



मत आओ मेरे इतने करीब कि खो जाओ मुझमे कहीं,
मैं दर्द का एक सैलाब हूँ, बहा ले जाऊंगा तुमको कहीं.
पर कुछ तो कशिश है तेरी इन मस्त निगाहों में,
कि खुद डूब जाने से अब ये दिल डरता नहीं.

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